गलसुआ क्या है? जानें कारण, लक्षण, और इलाज !
गलसुआ
गलसुआ का मुख्य कारण एक वायरस है जिसे मम्प्स वायरस कहा जाता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के लार या बलगम के माध्यम से फैलता है। और फिर सामने वाला को भी संक्रमित कर देता है |
परिचय
नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं की गलसुआ क्या है? तो चलिये लेख को आगे बढ़ाते हैं और आपको बताते हैं गलसुआ के बारे में असल में यह एक वायरल संक्रमण है जो पैरोटिड ग्रंथियों में सूजन का कारण बनता है।
गलसुआ के क्या-क्या लक्षण हैं?
अगर हमलोग गलसुआ के लक्षण की बात करें तो इसको दो भागों में बाँट सकते हैं एक सामान्य लक्षण में एक गंभीर लक्षण में तो चलिये दोनों लक्षणों को विस्तार से बताते हैं -
- गले में सूजन और दर्द
- बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- कान के नीचे सूजन
- निगलने में कठिनाई
- भूख में कमी
- आराम करें
- दर्द और बुखार के लिए दर्द निवारक लें
- तरल पदार्थ अधिक पिएं
- गले की सूजन के लिए ठंडे या गर्म संपीड़न का प्रयोग करें
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें
- हाथों को नियमित रूप से धोएं
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें
गलसुआ होने का मुख्य कारण क्या है?
गलसुआ का मुख्य कारण एक वायरस है जिसे मम्प्स वायरस कहा जाता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के लार या बलगम के माध्यम से फैलता है। और फिर सामने वाला को भी संक्रमित कर देता है |
कैसे करें गलसुआ का निदान?
गलसुआ के निदान हेतु आपको सबसे पहले प्रयोगशाला से रक्त परीक्षण और लार परीक्षण करवाना पड़ता है जिसके माध्यम से गलसुआ होने की पुष्टि होगी और यदि आप पटना से हैं तो यह सुविधा आपको घर बैठे मिल सकती है बस आपको dawaiwala.com वेबसाईट में जाना है और आपको खून जांच और लार जांच बुक करना है | एक बार गलसुआ की पुष्टि होने के बाद डॉक्टर गर्दन के पास सूजन की जांच करके इसका निदान करते हैं।
गलसुआ का इलाज -
घरेलू उपचार:
चिकित्सा उपचार : गलसुआ के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा नहीं होती। आमतौर पर लक्षणों का उपचार ही किया जाता है।
गलसुआ से बचाव के तरीके -
टीकाकरण:यदि आप एमएमआर (MMR) वैक्सीन लेते हैं तो गलसुआ
संक्रमण से बचने के उपाय
गलसुआ से जुड़ी भ्रांतियाँ
मिथक और तथ्य
मिथक: गलसुआ केवल बच्चों को ही होता है।
तथ्य: गलसुआ किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है।
मिथक: गलसुआ का इलाज एंटीबायोटिक से हो सकता है।
तथ्य: गलसुआ एक वायरल संक्रमण है, इसलिए एंटीबायोटिक प्रभावी नहीं है।
निष्कर्ष
गलसुआ एक वायरल संक्रमण है जो उचित टीकाकरण और सावधानियों से रोका जा सकता है। इसके लक्षणों को पहचानना और समय पर उपचार करना महत्वपूर्ण है ताकि संक्रमण को गंभीर होने से रोका जा सके। आशा करते हैं | जागरूक रहें ! सुरक्षित रहें !