ई क्लिनिक फ्रैंचाइज़ी
नमस्कार साथियों,
आज हम जानेंगे कि अपने गांव पंचायत या सब-डिवीजन में Clinicwala का सेंटर कैसे खोल सकते हैं। साथ ही यह भी जानेंगे की Clinicwala है क्या और क्यों यह हमारे लिए इतना महत्वपूर्ण है। इस बात से तो हम सब वाकिफ हैं कि अच्छी सेहत ही जीवन में खुशी एवं सफलता की कुंजी होती है। एक स्वस्थ व्यक्ति ही खुद को एवं अपने परिवार को खुश रख सकता है।
हमारे देश की ज्यादातर आबादी गांव में रहती है। बहुत दुख की बात है कि हमारे ग्रामीण साथियों को अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था के अभाव में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ता है। स्थानीय स्तर पर उचित इलाज न मिलने के कारण बीमारी कई दफा जड़ जमा लेती है। फिर इस बढ़ी हुई बीमारी के लिए उन्हें पैसे और समय खर्च कर बड़े शहर जाकर इलाज कराना पड़ता है। दूर जाकर इलाज कराने में समय के साथ-साथ खर्च का बोझ कमर तोड़ देता है। इस कारणवश कई बार ग्रामीण क्षेत्रों के बीमार लोग बाहर जाकर इलाज कराने में असमर्थ होते हैं और उचित इलाज के अभाव में बीमारी लाइलाज हो जाती है। यहीं पर क्लीनिक वाला आपके दुख एवं जरूरत को समझते हुए आपकी इस बड़ी समस्या का समाधान आपके घर के बिलकुल करीब लाता है। Clinicwala आपको खर्च एवं परेशानी से मुक्ति दिलाता है एवं आपके घर के करीब प्रदेश एवं देश के प्रख्यात एवं अनुभवी डॉक्टरों के परामर्श की सुविधा भी प्रदान करता है। Clinicwala यह भी सुनिश्चित करता है की ईलाज उत्कृष्ट होने के साथ साथ सस्ती एवं सुलभ हो। Clinicwala विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विषद रिसर्च के बाद दूर चिकित्सा जिसे अंग्रेजी में टेलीमेडिसिन कहते हैं कि सुविधा आपके करीब लाता है। टेलीमेडिसिन एक अत्याधुनिक तकनीक है जिसके माध्यम से दूर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में बैठे मरीजों का इलाज करते हैं। इस प्रक्रिया में उच्च तकनीक के साथ साथ विशिष्ट सॉफ्टवेयर एवं अत्याधुनिक उपकरणों को उपयोग में लाया जाता है। भारतवर्ष में कुछ गिनी चुनी कंपनियां ही इस सुविधा को सफल रूप से क्रियान्वित कर पा रही हैं। Clinicwala टेलीमेडिसिन प्रणाली से इलाज में एक विशिष्ट स्थान रखता है। टेलीमेडिसिन एक ऐसी व्यवस्था प्रदान करती है जहां दूर बैठे डॉक्टर इन उपकरणों के माध्यम से मरीज की स्थिति का आकलन करते हैं, यह ऐसा होता है जैसे कि डॉक्टर सामने बैठे हो। साथ में वीडियो के माध्यम से डॉक्टर एवं मरीज एक दूसरे को देखते हुए बातचीत करते हैं। विभिन्न उपकरणों से मापी गई मरीज़ की रिपोर्ट डॉक्टर को स्क्रीन पर दिखाई देती है। डॉक्टर रिपोर्ट देखकर एवम मरीज़ को विडीओ पर देखते हुए पूरी तसल्ली करने के बाद इलाज का पर्चा ऑनलाइन, मोबाइल एवं कंप्यूटर पर भेज देते हैं। Clinicwala नामी-गिरामी विशेषज्ञ डॉक्टरों से भी परामर्श की सुविधा प्रदान करता है। बड़े शहर के विशेषज्ञ डॉक्टर से हमारे ग्रामीण साथी अपने घर के पास ही कम खर्च में पूर्ण इलाज ले पायें यही क्लीनिक वाला का मकसद है। हमारी जिद है कि करोड़ों ग्रामीण साथियों को उनके घर के करीब बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा किफायती एवं सुलभ ढंग से पहुँचाई जाये।
ग्रामीण क्षेत्रों की ज्यादातर महिलाएं अपनी बीमारी को गम्भीरता से नहीं लेती हैं। महिलाओं से जुड़ी बीमारियों को समाज में नजरअंदाज करने की प्रवृति होती है। नतीजतन उनका स्वास्थ्य तो खराब होता ही है आगे आने वाली पीढ़ी भी प्रभावित होती है। Clinicwala इन महिलाओं के लिए विशेषज्ञ महिला डॉक्टर की सुविधा मुहैया कराता है।
हमारे उच्च स्तरीय दक्ष टीम में मेडिकल प्रोफेशनल्स जैसे फिजिशियन, मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट, मेडिकल टेक्निशियन, उच्च गुण संपन्न टेक्नोक्रेट्स और इन्य प्रोफेशनल्स शामिल हैं, जो पूरी तरह तालमेल के साथ काम करते हैं। हम बहुत कम खर्च पर विस्तृत, उच्च गुणवत्ता, बिना देर किए तुरत सुविधा देने की प्रक्रिया शुरू करनेवाले सेवा प्रदाता है। हम पार्टनर्स और भावी-दूरदर्शी बिजनेस ऑनर्स को आमंत्रित करते हैं कि वे हमारे साथ हेल्थकेयर इंडस्ट्री में सफलता की नई ऊंचाई हासिल करें।
वर्तमान भारत में दूर चिकित्सा अर्थात टेलीमेडिसिन का भविष्य
अगले कुछ वर्षों में टेलीमेडिसिन सेवा का आकार 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का होगा। भारत में डॉक्टरों की अत्यंत कमी है और जो हैं भी वह ज्यादातर शहरों तक ही सिमटे हुए हैं। भारत को दूर चिकित्सा अर्थात टेलीमेडिसिन से बहुत आशाएं हैं। भारत सरकार आयुष्मान भारत योजना एवं अन्य तरीकों से टेलीमेडिसिन को बहुत बढ़ावा दे रही है ताकि भारत के सुदूर ग्रामीण इलाकों तक स्वास्थ्य की सुविधा पहुंचाई जा सके। Clinicwala टेलीमेडिसिन के माध्यम से हर गांव में स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में हमारे प्रधानमंत्री ने भी कई बार लोगों से टेलीमेडिसिन का भरपूर उपयोग कर स्वास्थ्य क्षेत्र में लाभ लेने की अपील की है।
Diagnostics का बढ़ता चलन:
6000 करोड़ रुपए से ज्यादा का बिजनेस
डायग्नोस्टिक सर्विस अब 6000 करोड़ रुपए से ज्यादा का हो गया है। यह पूरे हेल्थ केयर मार्केट का 3.7 प्रतिशत है।
हेल्थकेयर इंडस्ट्री में बड़ी संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास के ये प्रमुख कारण हैं-
● भारत में हेल्थ केयर इंडस्ट्री फिलहाल जीडीपी का सिर्फ 5 प्रतिशत है, जबकि अमेरिका में यह 17 प्रतिशत के उच्च स्तर पर है। दरअसल हेल्थ केयर इंडस्ट्री अमेरिका की सबसे बड़ी इंडस्ट्री में एक है।
● एक वैश्विक कसंल्टिंग संस्था के अध्ययन के अनुसार भारत में एक परिवार अपनी आमदनी का औसतन 11 प्रतिशत हेल्थकेयर पर खर्च करता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि खर्च का यह प्रतिशत बढ़ेगा।
● उसी अध्ययन के अनुसार हेल्थकेयर पर खर्च का 68 प्रतिशत हिस्सा रोजमर्रे की जरूरतों पर खर्च होता है।
● विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत में हेल्थ केयर इंडस्ट्री का आकार अगले तीन वर्षों में दस हजार करोड़ रुपए को पार कर जाएगा।
● बढ़ता उपभोक्तावाद तथा जागरूकता इस क्षेत्र के विकास को और भी गति देगा।